Wednesday, 29 April 2020

दुःख हर लो

जीवन का एक सार तुम्हीं हो,
मोह माया का पाश तुम्हीं हो।
कर्तव्य पथ की राह तुम्हीं हो।
   ‌‌     तुमसे ही तो चांद सितारे,
‌‌          तुम बीन सारे जन बेसहारे।
            तुम ही तो निश्छल प्रेम हो,
तुमसे ही तो अम्बर वसुधा,
तुम बीन सारे खग भी हारे।
आओ आओ जल्दी आओ,
                अब भगवन ना देर लगाओ।
                 तुमसे ही तो मानव जन्मे,
                ‌‌‌‌‌तुम ना आये तो क्या रहने,
अब पतवार को पार लगा दो,
जल्दी आकर ये दुःख हर लो।
 ‌          

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