लहू के हर कतरे से इंकलाब
लिखना ये बड़ी क्या चीज़ है
ऐ वतन तू ही बता
तुझसे बडी क्या चीज़ है
जिन्दगी जब तुझको समझा
तेरे लिए प्राणों को देना
ये बड़ी क्या चीज है
दुश्मन को मिट्टी में मिलाना
ये तो एक खेल है
आगाज़ जिसका कर दिया
अंजाम बड़ी क्या चीज़ है
झुकने ना देंगे शान अपने
देश की ये बात है
विजय दिवस पर सब वीरो को
कोटि कोटि नमन है
वन्देमातरम
ReplyDeleteJai hind
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