Sunday, 15 December 2019

विजय दिवस की शुभकामनाएं

लहू के हर कतरे से इंकलाब
                    लिखना ये बड़ी क्या चीज़ है
    ऐ वतन तू ही बता 
              तुझसे बडी क्या चीज़ है
    जिन्दगी जब तुझको समझा 
              मौत फिर क्या चीज है  
  तेरे लिए प्राणों को देना
                 ये बड़ी क्या चीज है
दुश्मन को मिट्टी में मिलाना
               ये तो एक खेल है
आगाज़ जिसका कर दिया
             अंजाम बड़ी क्या चीज़ है
झुकने ना देंगे शान अपने
                       देश की ये बात है
विजय दिवस पर सब वीरो को
                      कोटि कोटि नमन है 

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बेटी दिवस की शुभकामनाएं

 नही पढी लिखी थी मां मेरी ना उसने कभी ये बधाई दी बेटी होने पर मेरे भी ना उसने जग मे मिठाई दी हो सकता समय पुराना था मोबाइल ना उसके हाथो मे था...