पावन है मातृभूमी मेरी,
पावन हैं कण- कण इसका,
सदियों से भारत का झण्डा लहराया है।
इसलिये घर में हमको रहना है। जो फैली हवा में कोरोना गंदगी,
नामों निशा मिटाये इसका,
अपने घरों में ही रुक कर दूर भगाते है।
झुकें ना देगें शीश माँ भारती,
तुझसे प्रण ये हम सबका,
सब तेरे चरणों मे शीश झुकाते है।
हम अपने घरों से बाहर नही निकलते है। स्वतंत्रता के खातिर वीरो ने जान दी,
आज हमें अपनी जान बचाना है।
बार बार हाथ सेनेटाइजर से धोना है।
पावन है मातृभूमी मेरी,
पावन हैं कण- कण इसका,
विशव में भारत का झण्डा लहराना है।
🙏घर में रहोगें तो स्वस्थ रहोगे।
बाहर जाओगे तो अपने साथ
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