Saturday, 27 April 2019

ये ख़ुशी है या गम

कैसी ये परम्पराये है दिल नही मानते हुवे भी उनको मानना पड़ता है आप ही बताई ये की खुशियों में तो लोग नही होते हुवे भी ज्यादा करते है क्यो की वो उनके ख़ुशी के पल होते है तो क्या किसी के मरने पर भी लोग उतने ही खुश होते है तो नही होते हुवे भी तब भी ज्यादा से ज्यादा करते है बल्कि गिफ्ट भी दिए जाते है कही कही तो गोल्ड दिया जाता है क्या गम में लोग दुख को भूलना ज्यादा अच्छा है या उसका एक ओर रसम बनाके अदा करना ये तो ऐसा होगया जैसे मरने वालों की भी बहुत ख़ुशी है एक तरह से शादी भी 2 या 3 तीन की होती है पर वो तो 12 दिन के बाद भी पूरे साल कुछ ना कुछ चलता ही रहता है ऐसे में उस परिवार को एक इंसान के जाने के गम को भूलना ओर जिंदगी को नए सिरे से चलाने में कितनी मुश्किल होती होगी वो उन्हें भूला तो नही सकता कभी जीवन मे पर उनके बिना जीना सीखना उनकी यादों को संजोने में लगे कि लोग लाज की डर से फिर वो की लोग कहेंगे कि मरने वालों के प्रति भी हमारे कुछ कर्तव्य होते है कुछ लोग ऐसी दलीले देते है तो क्या वो कर्तव्य उनके जीवित अवस्था मे पूरे नही किये गए जो अब लोगो को दिखाने के लिए किए जारहे है अगर हम जीवित इंसान के दिल को ही ना दुखाए ओर ना ही कभी कोई ऐसा काम करे कि हमे लगे कि अब हमें लोगो को सफाई देने की जरूरत है जो करना है इंसान के जीने पर करो मरने के बाद तो सिर्फ अपने लिए ही क्यो की मरने के बाद कभी किसी को कुछ नही मिलता |ये परम्पराये कितनी ग़लत है इन्हें बदलना सब चाहते है पर कदम कोई नही बढ़ाना चाहता|
 हाँ जहा लोग शिक्षित हुवे उन्होंने देखा कि इन परम्पराओ से बिचारे गरीबो को नीचे देखना पड़ता है वहा लोगो ने इसे बहुत ही कम या बंद ही कर दिया है
पर ये बात सोचने वाली है कि किसी के दर्द में हम उसको कम करने की सोचना चाइये
विधाता ने जहाँ पीर दी है
दिल को चीर देने वाली
उस पीर में कैसे करे कोई
भात चावल हलवे की बात
ये तो एक दर्द में किसी के
ख़ुशी मनाने जैसा ना हुवा
ये अभी कम कहा था तभी
अंदर से आवाज आई कि
कुछ सोना भी तो देना पड़ेगा
क्या देना इस दुख की घड़ी को
सुख में बदलने के लिए था
या जाने वाले को फिर बुलाने के लिए था
ये बात समझ आती नही थी
की फिर गुथी कही और
जाती गयी जाने वाले के गम
को यू ओर गम दिया गया और
जीवन चलता कभी कभी

प्रकृति का भी नियम है कि जो बदलता नही वो नष्ट हो जाता है तो हमे अपनी संस्कृति को बचाने के लिए उसमे बदलाव की बहुत जरूरत है🙏🙏

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