Saturday, 25 August 2018

सफर

"जिंदगी के सफर में इम्तिहान बहुत है
यू चलती ही जा रही बेहिसाब है
ना मांगा किसे से कुछ भी कभी है
फिर भी यू लगता है जैसे कुछ लिया है
जो सोचु में बैठे कभी अकले में
क्यो इस तरह का ये सफर है
बड़ी कसमकश कसमकश में फसी सी
हुई में यू जाते ही जा रही हु डगर पे
ये राहे यू आसान तो लगती नही है |"💐

Wednesday, 22 August 2018

राखी

ये रिश्ता भी बड़ा गहरा होता है
एक दूजे के बिन अधूरा होता है 
इस बार जो भाई में आना पाउ 
मेरी राखी को तूम भूला ना देना 
देखो वो बात अलग थी जब 
बात बात पर हम लड़ा करते थे 
पर आज के दिन तो बार बार तुम्हारी 
याद आती है कुछ मांगे बिना ही 
सब कुछ दिला दिया तुमने 
दिल करता है कि में भी 
उस दुनिया मे चली आऊ 
जहां तुम चले गए हो यू 
नाराज भी क्या हुवे हमसे की
 हमे ही तन्हा छोड़ दिया जमाने मे 
हर राखी तुम्हारी याद आती है 
सब के मुह पर तुम्हारी कमी खलती है ❊🎇🎺🏂🌹✸💐🤼💐

Sunday, 19 August 2018

वादियो की यादें

उदयनगर एक बहुत ही अच्छा स्थान या ऐसा कह सकते है ।एक एक देखने लायक स्थान जहाँ बारिश में चारों तरफ लंबे उचे पेड़ पहाड़ियों में इसतरह अपनी सुंदरता बिखरता है ।जैसे कि हम किसी फिल्म के सेट पर पहुच गए और वो ही प्रकृति की सुंदरता जो अनोखी होती है। जिसे बस देखने का मन करे। मुझे भी शायद इतने सुंदर स्थान को देखने का कभी मौका नही मिलता अगर किस्मत मुझे वहां नही ले जाती।सच चारो ओर जंगल के बीच इतना सुहाना स्थान और रास्ते मे पड़ने वाली खाइया जो पेड़ो के बीच ओर बारिश में तो ऐसा लगता है कि कोई चित्रकार की जब लंबे पेड़ो वाली घने जंगल की फ़ोटो देख कर सोचते थे ये फोटो ही होती होगी पर नही हक्कीकत में इतना सुंदर जगह थी। वो कब वहां जिंदगी के  कुछ खट्टे मीठे पल निकल गए पता ही नही चला ।जब पहाडियो से गाडी नीचे जाती है तो कुछ पल के लिए साँसे थमसी जाती हैं । पर वो घाटिया किसी दाजिर्लिंग की खुबसूरती से कम नही है । बारिश मे उसका सौन्दर्य अपनी अनूपम सुन्दरता को बिखेरता है। 
"चारों तरफ फैली हरियाली
देख जिसे होती खुशहाली
वो जगह घूम हम आये
कैसे उसको भूलाये।

बेटी दिवस की शुभकामनाएं

 नही पढी लिखी थी मां मेरी ना उसने कभी ये बधाई दी बेटी होने पर मेरे भी ना उसने जग मे मिठाई दी हो सकता समय पुराना था मोबाइल ना उसके हाथो मे था...